फडणवीस के बयानों ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है. जहां एक तरफ वे ओबीसी समुदाय की एकजुटता को बनाए रखने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ महा विकास अघाड़ी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कांग्रेस और अन्य दलों की रणनीतियों पर भी सवाल उठाए हैं.
योगी आदित्यनाथ का "बंटेंगे तो कटेंगे" नारा अब महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा विवाद बन चुका है. जहाx कुछ नेता इसे एकता और मजबूती की ओर इशारा मानते हैं, वहीं कई अन्य इसका विरोध कर रहे हैं.
Maharashtra: हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा काफी चर्चा में हैं. यूपी-बिहार से लेकर महाराष्ट्र तक इस नारे की चर्चा हो रही है. इस नारे का कुछ नेता समर्थन कर रहे हैं तो वहीं कुछ इसके खिलाफ हैं.
Maharashtra Election: अजित ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने बारामती निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी रैली नहीं करने का अनुरोध किया है. यह अनुरोध इसीलिए है क्योंकि यहां से उनके भतीजे उनके सामने चुनाव में खड़े हैं. बारामती सीट से मौजूदा विधायक पवार अपने भतीजे युगेंद्र पवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. युगेंद्र, शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के उम्मीदवार हैं.
इस साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनावों में एनसीपी (SP) नेता सुप्रिया सुले, जो पार्टी प्रमुख शरद पवार की बेटी हैं, उन्होंने बारामती संसदीय क्षेत्र से एक हाई-प्रोफाइल मुकाबले में जीत हासिल की.
बारामती विधानसभा सीट से अपने पोते युगेंद्र पवार के लिए प्रचार करते हुए शरद पवार ने भतीजे अजित पवार की नकल भी की. उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता और भाइयों ने मुझे कभी परिवार तोड़ने जैसा पाप करना नहीं सिखाया.
Ajit Pawar: अजित पवार ने आगे कहा कि चुनौतियों के बावजूद हम स्थिति सुधारने में कामयाब रहे. मेरी मां बहुत सहयोगी रही हैं, और उन्होंने यहां तक सलाह दी कि उन्हें (शरद गुट) को अजित पवार के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारना चाहिए.
युगेंद्र पवार, शरद पवार के पोते और अजित पवार के भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं. ऐसे में इस सीट पर मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है.
Maharashtra Politics: लोकसभा चुनाव में एनडीए को मिली करारी हार के बाद यह पहली बार है, जब बीजेपी के किसी सीनियर नेता ने अजित पवार और उनकी पार्टी को हार के लिए जिम्मेदार ठहराया है. इससे पहले छोटे स्तर के नेता जरूर दबी जुबान से अजित पर निशाना साधते रहे हैं.
Maharashtra Politics: अजित पवार ने कहा कि मैंने दिल्ली वालों के साथ चर्चा की थी. जेपी नड्डा, अमित शाह और नरेंद्र मोदी या फिर देंवेंद्र फडणवीस के साथ चर्चा हुई थी सरकार में जाने के लिए. बाकी किसी से कोई चर्चा नहीं हुई थी.