ईद की नमाज के बाद चिश्ती ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड को लेकर कुछ लोग गलतफहमियां फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि विरोध करना लोकतंत्र का हिस्सा है. अगर कोई शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से अपनी बात रखता है, तो इसमें कोई परेशानी नहीं. लेकिन वक्फ संशोधन जरूरी है.
इस साल अजमेर शरीफ में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का 813वां उर्स मनाया जा रहा है. यह उत्सव 28 दिसंबर से शुरू हुआ है. इस उर्स के दौरान दरगाह पर लाखों लोग अपनी श्रद्धा अर्पित करने के लिए आते हैं. हर साल की तरह इस बार भी पीएम मोदी ने चादर भेजी है.
Ajmer Sharif Dargah: सांसद चंद्रशेखर आजाद ने अपने बयान से भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा- अगर इसी तरह बौद्ध समुदाय के लोग भी कोर्ट चले जाएं और हिन्दू मंदिरों के नीचे मठों के सर्वे की मांग करने लगें तब सरकार क्या करेगी?
इससे पहले मंगलवार की सुनवाई के दौरान हिंदू सेना ने एक किताब सबूत को तौर पर पेश की थी. इस किताब में ये दावा किया गया है कि दरगाह की जगह पहले मंदिर था.