शिवसेना यूबीटी प्रमुख पर निशाना साधते नित्यानंद राय ने कहा, "अमित शाह उन सभी के दुश्मन हैं जो देश के दुश्मन हैं. उद्धव ठाकरे कांग्रेस की स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं और हिंदुओं को पीड़ा देकर बाला साहेब ठाकरे की आत्मा को लगातार चोट पहुंचा रहे हैं."
ठाकरे ने भाजपा के हिंदू धर्म के दावों की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, "जो लोग नवाज शरीफ के साथ केक खाते हैं, वे हमें हिंदुत्व के बारे में क्या सिखाएंगे? जैसा कि शंकराचार्य ने कहा था, एक गद्दार कभी हिंदू नहीं हो सकता. आपने हमारे साथ विश्वासघात किया."
गृह मंत्री ने दावा किया कि पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली केरल सरकार को वायनाड में भूस्खलन से एक सप्ताह पहले ही चेतावनी दे दी गई थी. उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्य में भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद केंद्र ने केरल में एनडीआरएफ की नौ टीमें भेजी थीं. अमित शाह ने राज्यसभा में कहा, "केरल सरकार ने समय रहते लोगों को नहीं निकाला."
बैठक लोकसभा चुनाव के बाद और केंद्रीय बजट पेश होने के कुछ दिनों बाद हो रही है. इस उच्च स्तरीय बैठक में सरकारी योजनाओं के अधिक प्रभावी क्रियान्वयन, राज्यों से फीडबैक और अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है.
Rahul Gandhi: कोर्ट में दायर परिवाद पर राहुल गांधी ने अपनी ओर से कहा कि परिवाद में कहे गए कथन झूठे और निराधार है. मेरी और पार्टी की छवि को नष्ट करने के लिए राजनीतिक दुर्भावना से ये मुकदमा दायर किया गया गया.
अमित शाह ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 2014 और 2019 की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेगी.
अमित शाह ने कहा कि एमएसी को अंतिम उत्तरदाताओं सहित विभिन्न हितधारकों के बीच सक्रिय और वास्तविक समय पर कार्रवाई योग्य जानकारी साझा करने के लिए एक मंच के रूप में 24X7 काम करना जारी रखना चाहिए.
MP News: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति के ज़रिए विद्यार्थीगणों को काग़ज़ी शिक्षा नहीं वरन् जीवन में बदलाव के लिए ज़रूरी व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया गया है.
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि पिछले दस साल में देश में क्रमबद्ध तरीके से संविधान पर, भारत के विचार पर और भाजपा के विचारों का विरोध करने वाले लाखों लोगों पर हमले हुए.
अमित शाह ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) में वर्तमान सामाजिक वास्तविकताओं और आधुनिक समय के अपराधों को ध्यान में रखा गया है.