एएसआई के हलफनामे में बताया गया है कि जब भी उनकी टीम इस ऐतिहासिक मस्जिद का निरीक्षण करने के लिए पहुंची, तो स्थानीय लोग उनका विरोध करने लगे और उन्हें मस्जिद के भीतर जाने से रोक दिया. इस वजह से एएसआई को इस मस्जिद के भीतर हुए अवैध निर्माण कार्यों की जानकारी नहीं हो पाई.