Bastar Salwa Judum: समिति का कहना है कि फैसले के बाद सलवा जुडूम के हजारों सदस्य नक्सलियों के आसान शिकार बन गए. नक्सलियों ने उन्हें 'मुखबिर' और 'देशद्रोही' बताकर चुन-चुनकर मारा. समिति ने आरोप लगाया कि फैसले से पहले इस बात पर विचार नहीं किया गया कि बैन के बाद इन लोगों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी.