Bahut Charcha Hai: कांग्रेस के जिला अध्यक्षों के चयन के लिए रोज मीटिंग हो रही है. केंद्रीय संगठन ने पर्यवेक्षक भेजे हैं, और उन पर्यवेक्षकों के तेवर देखकर स्थानीय नेता भी हैरान हैं. कुछ नेता तो इस मोड में आ गए हैं कि अब पार्टी में स्थानीय स्तर पर कुछ नहीं होगा, बल्कि केंद्रीय संगठन ही तय करेगा.
Bahut Charcha Hai: छत्तीसगढ़ में इन दिनों रायपुर में ड्रग्स और न्यूड पार्टी को लेकर जमकर बवाल मचा. वहीं, कांग्रेस की तीन दिवसीय वोट अधिकार यात्रा ने भी सियासी गलियारों में हलचल मचाई. जानिए इसके अलावा और क्या- क्या बहुत चर्चा में रहा-
Bahut Charcha Hai: सरकार ने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए पहली बार 14वें मंत्री को शपथ दिलाई. शपथ के बाद से ही कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है. कांग्रेस इसे असंवैधानिक बता रही है. सरकार के इस फैसले के विरोध में कुछ लोग कोर्ट पहुंचे हैं.
Bahut Charcha Hai: छत्तीसगढ़ में तीन नए मंत्री बनने के बाद यह चर्चा है कि इस पूरे विस्तार में आखिरकार किसकी चली? क्या अकेले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूरा मंत्रिमंडल तय किया या फिर प्रदेश और देश के बड़े नेताओं का भी कुछ रोल है. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की माने तो मंत्रिमंडल विस्तार की पटकथा मैनपाट में ही लिख दी गई थी.
Bahut Charcha Hai: छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा है. इस बीच वर्तमान मंत्रियों के लिए एक अच्छी खबर आ रही है. बताया जा रहा है कि कुछ मंत्रियों के खराब परफॉर्मेंस के कारण उनकी छुट्टी होनी थी, लेकिन इस छुट्टी को दिसंबर तक टाल दिया गया है.
Bahut Charcha Hai: पिछले दिनों CBI की टीम ने एक IPS अधिकारी और कांग्रेस सरकार में काफी ताकतवर रहे एडिशनल एसपी से पूछताछ की. सीबीआई दफ्तर में हुई पूछताछ के बाद राजनीतिक हलके में चर्चा है कि इन दोनों अधिकारियों ने क्या बयान दिया. महादेव सट्टा मामले को लेकर दोनों अधिकारियों से पूछताछ की गई है. इस मामले में बड़े-बड़े लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.
Bahut Charcha Hai: पिछले दिनों सरकार और संगठन के लोग दिल्ली पहुंचे तो एक डिनर पार्टी हुई. आमतौर पर बड़े नेता दिल्ली जाते हैं, तो डिनर पार्टी सांसदों के साथ होता है. लेकिन इस बार की पार्टी इसलिए खास थी, क्योंकि केंद्रीय संगठन छत्तीसगढ़ के कुछ सांसदों से नाराज बताए जा रहे हैं
Bahut Charcha Hai: छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों ED के एक्शन की बहुत चर्चा है. वहीं, विधानसभा के मानसून सत्र में अध्यक्ष जी के सख्त तेवर, अफसर के जवाब में फंसते मंत्री और सलाहकारों की नियुक्ति की चर्चा भी खूब है.
पुलिस मुख्यालय में पदस्थ आला अधिकारी और उनके शौक भी निराले हैं। इन अलहदा शौक की चर्चा भी होती है। कॉफ़ी टेबल बैठने वाले अधिकारी इन दिनों अस्तबल में समय बिता रहे हैं।
Bahut Charcha Hai: छत्तीसगढ़ में इन दिनों ऐसे आदिवासी मंत्री की चर्चा है, जिनके चेहरे की कीमत 60 करोड़ रुपए है. इसके अलावा मंत्री के गृह प्रवेश का खर्चा, 12 महीने में 36 कारनामे वाली अफसर और भाजपा सरकार कांग्रेसी ठेकेदारों के मस्त होने के मामले चर्चाओं में हैं.