हुआ यूं कि मंदिर में हर महीने गुल्लक खोलने का रिवाज है. कोर्ट के लोग और बैंक वाले मिलकर पैसे गिनते हैं. तीन दिन से ये काम चल रहा था. शनिवार शाम को करीब 4 बजे कंट्रोल रूम में बैठे भाइयों को कुछ गड़बड़ लगी.