Chhattisgarh: 11वीं सदी में बने इस ऐतिहासिक मंदिर को नागवंशी राजा गोपालदेव ने बनाया था. जिसे 'छत्तीसगढ़ का खजुराहो' कहा जाता है. वहीं इस बार नए साल के पहले ही यहां भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है.