फिलहाल, बिहार की राजनीति में जो कलह और विरोधाभास नजर आ रहे हैं, वे राज्य की राजनीति में आने वाले समय में महत्वपूर्ण मोड़ ला सकते हैं.
Bihar: पटना में हो रहे इस प्रोटेस्ट में राजनीतिक दलों के नेताओं की एंट्री हो चुकी है. ऐसे में प्रशांत किशोर भी छात्रों को समर्थन देने पहुंच गए. लेकिन अब वो खुद ही विवादों में आ गए हैं. छात्रों में समर्थन में आए पीके पर तेजस्वी यादव और पप्पू यादव जम कर बरस रहे हैं.
Khan Sir: 27 दिसंबर को खान सर प्रदर्शनकारी छात्रों का समर्थन करने राजधानी के धरनास्थल गर्दनीबाग पहुंचे थे. लेकिन वहां उनके साथ जो हुआ उसे देख वह हैरान रह गए.
Bihar: हाल के दिनों में नीतीश ने यह कई बार कहा है कि अब भजपा को छोड़ कर वह कहीं नहीं जाएंगे. मगर RJD विधायक ने नीतीश कुमार को लेकर ऐसा बयान दे दिया है कि बिहार की सियासत में हलचल मच गई है.
इस घटना पर प्रखंड शिक्षा अधिकारी अर्चना कुमारी ने विभाग की गलती स्वीकार की और कहा कि यह एक तकनीकी त्रुटि थी. उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकार की छुट्टी केवल महिला शिक्षकों को ही दी जाती है और यह गलती जल्द ही सुधार दी जाएगी.
नीतीश कुमार की राजनीतिक यात्रा का उद्देश्य केवल राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत करना नहीं है, बल्कि इसके जरिए वह बिहार की सियासत के ताने-बाने को भी समझना चाहते हैं. नीतीश कुमार को राजनीति का एक माहिर खिलाड़ी माना जाता है.
फतेह बहादुर ने यह बयान सावित्रीबाई फुले के विचारों का हवाला देते हुए दिया, जिनका मानना था कि बच्चों को धार्मिक आडंबरों में उलझाने के बजाय उन्हें शिक्षा देनी चाहिए.
Pappu Yadav: एक पॉडकास्ट में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने खुल कर अपने मन की बात कही. पॉडकास्ट में जब पप्पू यादव से पूछा गया कि तेजस्वी यादव कैसे नेता हैं तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा तेजस्वी यादव नेता नहीं हैं.
Khan Sir: खान सर का भौकाल फिर से देखने को मिला है. पटना में BPSC अभियर्थियों के प्रदर्शन के दौरान खान सर को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया था.
तिरहुत स्नातक उपचुनाव के लिए हाल ही में वोटर लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें औराई प्रखंड के बूथ संख्या 54 पर करीब 724 मतदाता थे. लेकिन जब लिस्ट देखी गई, तो उसमें 138 मतदाताओं के पिता का नाम "मुन्ना कुमार" दर्ज था.