Bihar Election 2025: 'सबा-साबिर' और 'इरफान-आफाक' की ये नाम वाली जोड़ी सिर्फ इत्तफाक नहीं है, यह बिहार की राजनीति की बारीक समझ को दिखाती है. दोनों ही सीटों पर हुए बदलाव यह साबित करते हैं कि अब पार्टियां केवल चेहरे के भरोसे नहीं, बल्कि समीकरणों को साधकर मैदान में उतर रही हैं.
Bihar Elections 2025: लिस्ट में कई ऐसे चेहरे हैं, जिनकी कहानियां अपने आप में खास हैं. मुकेश राम (राजापाकड़) ग्रेजुएट हैं, तो दसई चौधरी (पातेपुर) पूर्व विधायक और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. डॉ. राजेश कुमार चौरसिया (महनार) एक एमबीबीएस डॉक्टर हैं और जन सुराज के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं.
Bihar Elections 2025: टिकट बंटवारे का ड्रामा यहीं खत्म नहीं हुआ. कुर्था सीट पर JDU के संभावित उम्मीदवार पप्पू वर्मा के नाम पर बवाल मच गया. पूर्व विधायक स्वर्गीय सत्यदेव सिंह की पत्नी रिंकू कुशवाहा इस फैसले से इतनी नाराज हैं कि वो नीतीश के घर के बाहर धरने पर बैठ गईं. दूसरी तरफ, JDU के मौजूदा विधायक गोपाल मंडल भी नीतीश के आवास के सामने धरना दे रहे हैं.
Maithili Thakur Bihar Politics: इन दिनों मैथिली का नाम सिर्फ संगीत की दुनिया में ही नहीं, बल्कि बिहार की सियासत में भी गूंज रहा है. 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में उनके चुनाव लड़ने की अटकलें जोरों पर हैं. मैथिली बीजेपी की टिकट पर बेनीपट्टी या फिर अलीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकती हैं.
Bihar Elections 2025: जानकारी के मुताबिक, निर्वाचन आयोग आज बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा कर सकता है. निर्वाचन आयोग की रविवार को पटना में भी प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी और CEC ने बताया था कि प्रदेश में SIR की प्रक्रिया पूरी हो गई है.
Nishant Kumar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे निशांत कुमार लंबे समय से राजनीति में कदम रखने की चर्चा का केंद्र बने हुए हैं.
Bihar Welfare Schemes: नीतीश ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की घोषणा की है. इस योजना के तहत बिहार के करीब 3 करोड़ परिवारों की एक महिला को 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी. यह पैसा उन्हें अपना छोटा-मोटा काम शुरू करने के लिए दिया जाएगा और खास बात यह है कि इसे वापस नहीं करना होगा.
Bihar Monsoon Session 2025: परिवार और पार्टी से निष्कासन के बाद यह पहला मौका है जब तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव विधानसभा में एक साथ बैठेंगे.
लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव के लिए ओवैसी का ये ऑफर 'दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है' वाली स्थिति है. एक तरफ, AIMIM के साथ आने से मुस्लिम वोटों का बंटवारा रुक सकता है, जो महागठबंधन के लिए फायदेमंद होगा. लेकिन दूसरी तरफ, राजद को डर है कि अगर सीमांचल की सीटें AIMIM को दे दी गईं, तो उनका अपना प्रभाव कम हो सकता है.
Bihar Election 2025: तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए तीखा हमला बोला है. जिससे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले RJD की रणनीति और एकता पर सवाल उठ रहे हैं.