विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान और इज़रायल के बीच तनाव के कारण तेल की कीमतों में उछाल आया है, जिसका सीधा असर वैश्विक बाजारों पर पड़ा है. इसके अलावा, चीन द्वारा घोषित आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज ने भी निवेशकों को चिंतित किया है, जिससे भारतीय बाजारों में और अधिक गिरावट आई है.