वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वैक्सीन उन मरीजों के शरीर को कैंसर से लड़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी, जिससे ट्यूमर के बढ़ने की संभावना कम हो सकती है.