Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति की जड़ें जाति पर आधारित हैं, यह सब जानते हैं. लेकिन उपनामों की जटिलता ने समीकरण को इतना पेचीदा बना दिया है कि यह पता लगाना मुश्किल है कि वोटर कौन किस पार्टी को वोट दे रहा है. राज्य में कई ऐसे सरनेम हैं जो ऊंची जाति से लेकर पिछड़ी जाति और दलितों तक में समान रूप से इस्तेमाल होते हैं.
दिल्ली में कुल 12 अनुसूचित जाति (SC) रिजर्व सीटें हैं, और इन पर दलित उम्मीदवार के बीच भिड़ंत हो रही है. दिल्ली के दलित इलाकों में ऐसा चुनावी मौसम बन चुका है, जहां बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने दलित प्रत्याशी उतारे हैं. यह इसलिए खास है क्योंकि इन सीटों पर जातीय रणनीतियों के तहत दलित वोटबैंक को साधने की जंग चल रही है.
नितिन गडकरी ने कहा, "महाराष्ट्र में इस समय जातिवाद की राजनीति हो रही है. मैं किसी भी तरह के जात-पात को नहीं मानता हूं और जो इसकी बात करेगा तो मैं उसको कसकर लात मारूंगा."