CG News: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तत्कालीन डीजीएम, ईपीआईएल, भिलाई एवं भिलाई स्थित एक निजी कंपनी के साझीदार सहित दो आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया. आज जिला बिजनौर (उत्तर प्रदेश) और भिलाई (छत्तीसगढ़) में दोनों आरोपियों के आधिकारिक एवं आवासीय परिसरों की तलाशी ली जा रही है.
Chhattisgarh News: महादेव सट्टा ऐप केस को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. छत्तीसगढ़ सरकार ने महादेव सट्टा ऐप मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है. डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने इसे लेकर जानकारी दी है और सरकार ने इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है.
कोलकाता डॉक्टर बलात्कार और हत्या मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय के साथ संदीप घोष का शनिवार को पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया. संजय रॉय ने जेल में टेस्ट कराया, जबकि संदीप घोष कोलकाता में सीबीआई के दफ्तर में पेश हुए.
Kolkata Rape-Murder Case: अब तक की जांच में यह बात निकलकर सामने आई है कि संजय रॉय ने ही पीड़िता का बलात्कार किया और फिर हत्या की थी, यानि इस मामले में अब तक केवल एक ही शख्स की संलिप्तता सामने आई है.
Supreme Court On Kolkata Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने कहा कि डॉक्टरों को काम पर लौटना होगा. लोग आपका इंतजार कर रहे हैं. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रभावित होगा.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के एक और घोटाले को बीजेपी सरकार CBI को सौंपने जा रही हैं. साय सरकार ऑनलाइन महादेव सट्टा एप घोटाला की जांच सीबीआई को सौंपेगी. इसके संकेत गृह मंत्री विजय शर्मा ने दिए है. सरकार के इस फैसले पर सियासत भी भारी नजर आ रही है.
Kolkata Rape-Murder Case: अख्तर अली 2023 तक आरजी कर अस्पताल में सेवारत थे. उन्होंने कहा कि राज्य सतर्कता आयोग के समक्ष इसको लेकर शिकायत भी की गई थी. लेकिन जांच में दोषी पाए जाने के बावजूद पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.
Kolkata Rape-Murder Case: सीजेआई ने पूछा कि क्या यह सच है कि पीड़ित परिवार को बॉडी नहीं देखने दिया गया. इस पर पश्चिम बंगाल सरकार के वकील ने कहा कि ऐसे आरोप सही है. कोर्ट ने इस घटना पर राज्य सरकार की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए.
Kolkata Rape-Murder Case: CBI को अब तक की जांच और पीड़िता के साथी डॉक्टरों के बयानों से पता चला है कि मानव अंगों के अवैध कारोबार से पर्दा उठाने की कोशिशें रोकने के लिए ट्रेनी डॉक्टर को रास्ते से हटाया गया.
इन डॉक्टरों से इस आधार पर पूछताछ की गई कि जिस रात अपराध हुआ, उस रात के बारे में उन्हें क्या पता है. इसके अलावा साथी डॉक्टरों ने यह भी पूछा गया कि जब उन्होंने पीड़िता डॉक्टर के साथ डिनर किया, तो क्या हुआ?