Chhattisgarh News: आरोप है कि आरोपी व्यक्तियों ने आपस में आपराधिक षड़यंत्र कर फायदा पाने के गलत इरादे से डमी/मुखौटा कंपनियों की मदद से फर्जी शेयर लेनदेन के माध्यम से धन का जानबूझकर पथान्तरण/राउंड ट्रिपिंग की व साथ ही फर्जी कंपनियों के माध्यम से ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह व बरमूडा के ब्रिटिश विदेशी क्षेत्रों में कथित तौर पर बड़े पैमाने पर ऋण राशि हस्तांतरित की गई.
CGPSC Scam: वर्ष 2020-21 भर्ती परीक्षा में छात्रों ने परीक्षा परिणाम में अनियमितता का आरोप लगाया था. इसके बाद यह मामला छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भी जमकर उठा था.
इससे पहले, पिछले साल मार्च में सीबीआई ने मरीजों को एक विशेष प्रतिष्ठान से अत्यधिक कीमतों पर सर्जिकल उपकरण खरीदने के लिए मजबूर करने के आरोप में सफदरजंग अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉ. मनीष रावत को उनके चार सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया था.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को प्रज्वल रेवन्ना सेक्स टेप मामले की जांच कर रहे शीर्ष पुलिस अधिकारियों और विशेष जांच दल के साथ एक आपात बैठक की.
Supreme Court: बंगाल सरकार के आरोपों पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कहा कि सीबीआई पर केंद्र का कोई नियंत्रण नहीं है. बंगाल सरकार के कई मामलों का जांच सीबीआई के हाथों में जाने पर दायर याचिका को लेकर केंद्र सरकार ने कोर्ट में ये बात कही है.
Chhattisgarh News: कक्षा सातवीं-आठवीं में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल से लौट रहे थे. तभी कबाड़ी की दुकान पर काम करने वाले खास समुदाय के लड़कों ने उनकी पिटाई कर दी. जिसके बाद 2 पक्षों में झड़प हुई. इस घटना में भुवनेश्वर साहू की मृत्यु हो गई थी.
ईडी के अधिकारियों पर 5 जनवरी भीड़ ने हमला किया था. ईडी के अधिकारी,कथित राशन वितरण घोटाला मामले में अब निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के परिसर की तलाशी के लिए संदेशखाली गए थे.
Delhi Liquor Scam: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के वकील ने सिसोदिया की जमानत का विरोध करते हुए कहा कि वह मुख्य आरोपी हैं और सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं. वहीं, सुनवाई के बाद कोर्ट ने मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीबीआई ने एक शिकायत पर कार्रवाई की कि एनआईएसपी और एनएमडीसी के आठ अधिकारियों और मेकॉन लिमिटेड के दो अधिकारियों ने एमएनडीसी द्वारा मेघा इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रियल लिमिटेड को भुगतान के बदले रिश्वत ली थी.
CBI Investigation In Sandeshkhali: प्रवर्तन निदेशालय(ED) अधिकारियों पर हुए हमले के मामले की जांच पहले से ही CBI की ओर से की जा रही है. कोर्ट ने कहा कि संदेशखाली में मामलों की जटिलताओं को देखते हुए इसमें कोई संदेह नहीं है कि निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए.