मामले पर स्कूल के प्रिंसिपल ने सफाई देते हुए कहा, 'पिछले साल लड़कों के टॉयलेट में नए उपकरण लगाए गए थे, लेकिन बच्चों ने तोड़फोड़ की. इसे रोकने के लिए डमी कैमरे लगाए गए ताकि बच्चों में डर बना रहे और संपत्ति सुरक्षित रहे.'