भारत में जनगणना का इतिहास बहुत पुराना है. पहली बार जनगणना 1872 में आयोजित की गई थी, और इसके बाद स्वतंत्रता के बाद से यह नियमित रूप से हर दस साल में हो रही है.
जनगणना के तहत घरों की सूची तैयार करने और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को अपडेट करने का काम 1 अप्रैल से 30 सितंबर 2020 तक पूरे देश में किया जाना था, लेकिन कोविड-19 के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था.