Bengaluru Stampede: बेंगलुरु भगदड़ में अपनों को खोने वाले परिजनों का दर्द अब छलक रहा है. ये अपने बच्चों, भाई-बहनों और प्रियजनों को खो चुके हैं.
शाम करीब 5:30 बजे अचानक बारिश शुरू हो गई, जिसने हालात को और बदतर कर दिया. सड़कें गीली हो गईं, लोग फिसलने लगे, और भीड़ को काबू करना पुलिस के लिए और मुश्किल हो गया. अपने दोस्तों के साथ स्टेडियम आई 25 साल की सिंचना ने बताया, “जैसे ही गेट थोड़ा सा खुला, लोग बेकाबू हो गए. मैं अनिल कुंबले सर्कल के पास थी, इसलिए सबसे खराब स्थिति से बच गई, लेकिन वहां का मंजर डरावना था.”