Lok Sabha Election 2024: आरएएस नेता इंद्रेश कुमार के इस बयान पर मची सियासी घमासान में अब जेडीयू भी कूद गई है. पार्टी के एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि इंद्रेश कुमार आरएसएस के बड़े नेता हैं. इनके ऊपर आतंकवाद और ट्रेन ब्लास्ट के आरोप थे.
Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने मायावती की पार्टी बसपा को इंडिया ब्लॉक में शामिल होने का न्योता दिया है. लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर बसपा साथ होती तो यूपी में नतीजा कुछ और ही होता.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की राजनीति में क्रॉप पॉलिटिक्स चल रही है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और नए-नए सांसद बने बृजमोहन अग्रवाल के बीच दरार जैसी स्थिति नजर आ रही है. इसका दावा कांग्रेस पार्टी ने किया है.
Chhattisgarh News: बलौदा बाजार हिंसा पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने सरकार पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा सतनामी समाज के खिलाफ रही है. सतनामी समाज को प्रताड़ित करने में बीजेपी की सरकार औरंगजेब से भी आगे निकल गई.
Baloda Bazar Violence: बलौदा बाजार हिंसा के बाद छत्तीसगढ़ में सियासी बवाल तेज हो गया है. बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं पर सतनामी समाज के प्रदर्शन को बरगलाने का आरोप लगाया है. तो अब सतनामी समाज के धर्म गुरु और पूर्व मंत्री रुद्र कुमार अपनी गिरफ्तारी देने पर अड़ गए है.
Baloda Bazar Violence: मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि समाज जांच से संतुष्ट था. आभार ज्ञापन के लिए सभी लोग आभार करने एकत्रित हुए थे. उन्होंने कहा कि गुरु रूद्र कुमार, शिव डहरिया, देवेंद्र यादव सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने भीड़ को भड़काने और बरगलाने का काम किया.
Mallikarjun Kharge on PM Modi: मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "लोकसभा चुनाव में देश ने ऐसा जवाब दिया कि मोदी सरकार को दूसरों के घरों से कुर्सियां उधार लेकर अपना सत्ता का घर संभालना पड़ रहा है."
MP News: पोस्टर लगाकर प्रचार प्रसार करने का तरीका बहुत पुराना है. इसका इस्तेमाल लंबे समय से राजनीतिक विरोध दर्शाने के उद्देश्य से भी किया जाता रहा है.
बसपा के सिकुड़ते आधार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदेश की सिर्फ 4 लोकसभा सीटों में उसे 50 हजार से ज्यादा वोट मिले, अन्य किसी क्षेत्र में नहीं.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी ले ली है. लेकिन सिर्फ जिम्मेदारी लेने से कांग्रेस का एक खेमा संतुष्ट नहीं है. उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है.