जब वैक्सीन को इसका कारण नहीं माना गया है, तो आखिर क्यों अचानक इतने युवाओं की जान जा रही है? ICMR और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) दोनों ही इस पर लगातार काम कर रहे हैं.
ब्रिटिश मीडिया हाउस द टेलीग्राफ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि एस्ट्राजेनेका ने अपनी कोरोना वैक्सीन को वापस लेने के लिए 5 मार्च को आवेदन किया था, जो 7 मई से प्रभावी हो गया है.