Chhattisgarh: श्यामल राजवाड़े अपने बचपन के समय में 12-14 साल की उम्र में अपने गांव में पानी की किल्लत को देखा तब उसने अपने मन मे विचार बनाया कि पानी की समस्या को कैसे ख़त्म किया जाये और तब अपने नन्हे हाथों में हथौड़ा छेनी फावड़ा बेलचा लेकर गांव में तालाब खोदने निकल पड़ा.