पुलिस ने समर्थकों को महापंचायत की अनुमति नहीं दी. इसके बाद पुलिस और समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक हुई. पुलिस ने मंदिर के पास बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती कर बैरिकेडिंग लगाई थी. लेकिन नरसिंहानंद सरस्वती के समर्थकों मंदिर के अंदर जाने के लिए पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ने लगे थे.