एयर कुशन व्हीकल के रखरखाव के लिए भी CCPL से अनुबंध किया गया है. CCPL एसीवी रखरखाव के लिए भारत में ही एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का विकास करेगा. इससे न केवल स्वदेशी उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह MSME सेक्टर को भी लाभ मिलेगा.
Indian Army: रक्षा अधिकारियों की मानें तो भारतीय नौसेना को प्रोजेक्ट 17 ब्रावो के तहत सात नए युद्धपोत सौंपे जाएंगे. ये ऐसे युद्धपोत होंगे, जो वर्तमान में निर्माणाधीन नीलगिरि कैटेगरी के युद्धपोतों के बाद भारत में अब तक निर्मित सबसे अडवांस्ड खुफिया युद्धपोत होंगे.
Indian Defence Market: पिछले एक दशक में भारत ने अपने रक्षा निर्यात में जबरदस्त उछाल लेकर आया है, जो पिछले 10 सालों में 31 फीसदी बढ़ा है. भारत अब 90 से ज़्यादा देशों को सैन्य हार्डवेयर निर्यात कर रहा है.
भारत के संबंध रूस एवं अमेरिका दोनों से अच्छे होने के कारण भारत को निर्यात में सहूलियत मिलती दिखाई पड़ती है.