कांग्रेस नेता अजय माकन ने शिकायत की कि दिल्ली सरकार के कुछ विज्ञापन सुप्रीम कोर्ट के नियम तोड़ रहे हैं. CCRGA ने जांच की और पाया कि दिल्ली सरकार ने 97.14 करोड़ रुपये ऐसे विज्ञापनों पर खर्च किए, जो AAP का प्रचार कर रहे थे.