Delhi-NCR: हड़ताल में दिल्ली-एनसीआर के 15 से अधिक यूनियन शामिल हैं. एक आंकड़े के तहत हड़ताल की वजह से चार लाख टैक्सी सड़कों पर नहीं उतरेंगी. वहीं, हड़ताल से ऑटो, टैक्सी और एप आधारित कैब सेवाएं सबसे ज्यादा प्रभावित होने का खतरा है.