पहले, शीला दीक्षित के समय में ये फ्लोर कुछ अलग तरीके से काम करते थे, लेकिन केजरीवाल के आने के बाद इसमें बदलाव हुआ. खासकर मनीष सिसोदिया, जब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री बने, तो उनके पास 18 विभागों की जिम्मेदारी थी, और वे अकेले छठी मंजिल पर काम करने लगे.