रिपोर्टों के अनुसार पिछले 10-11 वर्षों में राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल समेत राज्य के चार जिलों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने न केवल बड़ी संख्या में जमीनें खरीदी हैं, बल्कि उनकी बसावट भी उसी गति से बढ़ी है.