Maharashtra Crime: डॉक्टर ने अपनी हथेली पर लिखा, "मेरी मौत का कारण सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडने हैं, जिन्होंने मेरा बलात्कार किया." इसके अलावा, उनके चार पन्नों के सुसाइड नोट में कई गंभीर आरोप हैं. बीड जिले की रहने वाली यह डॉक्टर पिछले 23 महीनों से फलटण में कार्यरत थीं और ग्रामीण क्षेत्र में अपनी सेवा पूरी करने वाली थीं.
Maharashtra: महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे विधान परिषद के मानसून सत्र के दौरान अपने मोबाइल फोन पर ऑनलाइन रमी खेलते नजर आए.
भले ही आज राज ठाकरे की मनसे कमजोर दिख रही हो, लेकिन उनकी मराठी अस्मिता की राजनीति अभी भी कुछ इलाकों में असर रखती है. फडणवीस सरकार शायद नहीं चाहती कि राज ठाकरे को और उकसाकर इस मुद्दे को और बड़ा किया जाए, खासकर तब जब उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) भी इस मुद्दे पर उनके साथ खड़ी है.
Maharashtra: फडणवीस सरकार ने हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य करने के फैसले पर यू-टर्न ले लिया है. प्रदेश में विपक्ष द्वारा हुए कड़े विरोध के बाद सरकार ने अपने इस निर्णय को रद्द कर दिया है.
Devendra Fadnavis: फडणवीस ने राहुल के सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने बिहार में अपनी हार पहले ही स्वीकार कर ली है.
Pahalgam Terror Attack: महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक में हमले में मारे गए प्रत्येक मृतकों के परिवार को 50 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने का फैसला किया है.
Maharashtra: महाराष्ट्र के स्कूलों में क्लास एक से चार तक इग्लिंश और मराठी अनिवार्य थे, वहीं हिंदी भाषा को विकल्प के रूप में रखा गया था. लेकिन अब सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए इग्लिंश और मराठी के साथ हिंदी को भी अनिवार्य कर दिया है.
फडणवीस ने यह भी कहा कि हिंसा में किसी भी विदेशी या बांग्लादेशी एंगल की बात अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच जारी है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागपुर यात्रा पर भी असर न होने की बात मुख्यमंत्री ने की, और यह भी स्पष्ट किया कि यह हिंसा किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा नहीं थी.
शिंदे ने जो मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना और आनंदाचा सिद्धा योजना शुरू की थी. उसे रोक दिया गया है. इन योजनाओं का उद्देश्य बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर मुफ्त यात्रा का लाभ देना और त्योहारों के दौरान सस्ते दरों पर राशन मुहैया कराना था. इन फैसलों से शिंदे को यह संकेत मिल सकता है कि बीजेपी अब उन्हें पूरी तरह से सहयोग नहीं दे रही है.
महाराष्ट्र की सियासत में आने वाले बीएमसी (Brihanmumbai Municipal Corporation) चुनाव भी एक अहम मोड़ साबित हो सकते हैं. ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या उद्धव ठाकरे और भाजपा के बीच करीबी रिश्ते देखने को मिलेंगे? क्या शिवसेना फिर से भाजपा से जुड़ने के बारे में सोचेगी?