भारत और अमेरिका के बीच व्यापार का रिश्ता बहुत मजबूत है. 2024 में अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक पार्टनर था, और भारत का सबसे बड़ा पार्टनर भी वही था. दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 129.2 बिलियन डॉलर था.
Trump Supports Putin: जिस डील के लिए जेलेंस्की अमेरिका गए थे उन्होंने उसकी जगह तीखी बहस कर ली. इसके बाद वह वहां से चले गए. इस घटना से सबसे ज्यादा राहत रूस को मिलग है. अमेरिका ने जहां यूक्रेन में सैन्य मदद पर रोक लगा दिया है, वहीं अब रूस को बड़ी राहत देने की तैयारी कर रहा है.
जेलेंस्की और ट्रंप के बीच हुई इस बहस के तुरंत बाद यूरोप के कई प्रमुख देशों ने जेलेंस्की का खुलकर समर्थन किया है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ‘एक्स’ पर लिखा, "एक हमलावर है रूस. एक पीड़ित है यूक्रेन." उन्होंने यह भी कहा कि तीन साल पहले यूक्रेन की मदद करना और रूस पर प्रतिबंध लगाना सही था और आगे भी यही करना सही होगा.
Trump-Zelensky Clash: वाइट हाउस के ओवल ऑफिस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच हुई तीखी बहस दुनियाभर में सुर्खियों में बना है. दोनों के बीच हुए इस विवाद के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने यूक्रेन को दी जा रही सहायता में संभावित धोखाधड़ी और दुरुपयोग की जांच तेज करने का निर्णय ले लिया है.
मेरिका अकेला ऐसा देश नहीं है जो इस तरह की सुविधा दे रहा है. दरअसल, दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में निवेश के जरिए नागरिकता पाने की सुविधा है. ब्रिटिश एडवाइजरी फर्म ‘Henley and Partners’ के मुताबिक, कई देश ऐसे हैं जो आपको एक मोटी रकम निवेश करने के बाद अपनी नागरिकता दे देते हैं, और इसके साथ ही आप वहां के सभी नागरिक अधिकारों का आनंद ले सकते हैं.
यह मामला इसलिए और भी गंभीर हो गया है क्योंकि ट्रंप ने तीन अलग-अलग मौकों पर यह दावा किया है कि भारत को अमेरिका से 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग मिली. हालांकि, एक अन्य रिपोर्ट में यह कहा गया था कि यह फंडिंग बांग्लादेश के लिए थी, न कि भारत के लिए. लेकिन ट्रंप ने इसे लेकर साफ कहा कि दोनों देशों को यह मदद मिली थी.
भारतीय मूल के काश पटेल शनिवार को अमेरिका की जांच एजेंसी FBI के डायरेक्टर बन गए हैं. उन्होंने भगवद गीता पर हाथ रखकर पद की शपथ ली.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो दावा किया है, उसने भारतीय राजनीति में गर्मी ज़रूर बढ़ा दी है. बीजेपी इसे विदेशी हस्तक्षेप से जोड़ रही है, जबकि कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी खुद विदेशी ताकतों के समर्थन से सत्ता में आई थी.
भारत का विदेशी शराब बाजार 35 अरब डॉलर का है और यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है. इसमें डियाजियो (Diageo), पेरनोड रिकार्ड (Pernod Ricard) जैसे प्रमुख इंटरनेशनल ब्रांड्स की मजबूत उपस्थिति है.
भारत को उम्मीद है कि ट्रंप प्रशासन इस मामले को ज्यादा तूल नहीं देते हुए भारत-अमेरिका सुरक्षा सहयोग के तहत पन्नू को भी भारत को सौंपने को मंजूर दे देगा.