इस खतरनाक झटके के बाद सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. हालांकि, अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, पर वैज्ञानिक और अधिकारी दोनों ही पूरी तरह से अलर्ट पर हैं.
वायरल हो रहे एक वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि भूकंप के दौरान ऑपरेशन थिएटर बुरी तरह हिल रहा था. पूरी बिल्डिंग तेज़ी से झूल रही थी, लेकिन डॉक्टरों ने अपना काम नहीं रोका. वे तब तक जुटे रहे, जब तक कि सर्जरी पूरी नहीं हो गई.
Tsunami: कामचटका प्रायद्वीप के पूर्वी तट पर 8.8 तीव्रता का भूकंप आया. यह स्थानीय समयानुसार सुबह 8:25 बजे दर्ज किया गया.
अल्यूशियन द्वीप समूह भूकंप के लिए एक 'हॉटस्पॉट' माना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह पैसिफिक टेक्टोनिक प्लेट और नॉर्दर्न अमेरिकन प्लेट की सीमा पर स्थित है, जहां ये प्लेटें आपस में टकराती हैं.
दिल्ली NCR में शुक्रवार शाम भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 दर्ज की गई
दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके कोई नई बात नहीं हैं. दरअसल, ये इलाका सिस्मिक जोन IV में आता है, जिसका मतलब है कि यहां भूकंप आने की संभावना काफी ज़्यादा रहती है. पिछले कुछ सालों में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कई बार भूकंप के छोटे-मोटे झटके महसूस किए गए हैं.
सिर्फ भूकंप ही नहीं, मौसम को भी हथियार बनाने की कोशिश हो चुकी है. 1977 में ENMOD ट्रीटी के तहत दुनियाभर के देशों ने शपथ ली कि वे मौसम को युद्ध में हथियार की तरह इस्तेमाल नहीं करेंगे. लेकिन इतिहास में ऐसे उदाहरण हैं. वियतनाम युद्ध के दौरान अमेरिका ने ऑपरेशन पोपोए के तहत भारी बारिश करवाई, ताकि दुश्मन की सेना दलदल में फंस जाए.
नेपाल में आए भूकंप के कारण भारत के आसपास के राज्यों में भी असर देखने को मिला. हालांकि भूकंप में किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
Earthquake: म्यांमार और बैंगकॉक में तेज भूकंप के झटकों ने भारी तबाही ला दी. लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई. वहीं, पलक झपकते ही दोनों जगहों पर कई बहुमंजिला इमारतें ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. सोशल मीडिया पर इस भयानक मंजर को फोटो-वीडियो सामने आए हैं.
Earthquake: म्यांमार में 7.7 तीव्रता का तेज भूकंप आया है. इस भूकंप के झटके दिल्ली-NCR में भी महसूस किए गए हैं.