प्रदेश में पहली से बारहवीं तक 23 लाख 73 हजार विद्यार्थियों ने पढ़ाई छोड़ दी है. इन विद्यार्थियों ने किसी भी स्कूल में प्रवेश नहीं लिया है. 33 हजार 532 करोड़ बजट वाले विभाग की स्थिति नवीन शैक्षणिक सत्र के दो महीने स्कूल लगने के बाद सामने आई है.
NEET 2024: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कुछ छात्रों को कृपांक (ग्रेस मार्क) दिए गए थे क्योंकि वे निर्दिष्ट अवधि से कम समय दिए जाने से असंतुष्ट थे.
सिंगरौली जिले में एक अनोखा स्कूल है. अनोखा इसलिए क्योंकि यहां के बच्चे दोनों हाथों से एक साथ अलग-अलग 6 भाषाओं में लिख सकते हैं.