Election Commission: चुनाव आयोग ने सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को पत्र लिखकर SIR की तैयारी शुरू करने को कहा. कई CEO ने अपनी वेबसाइट पर पिछली बार हुए रिवीजन की मतदाता सूची डालना भी शुरू कर दिया है.
चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेताओं की पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'सोशल मीडिया पर किया गया दावा गलत है. पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक और निराधार है.
चुनाव आयोग बिहार में एक अभियान चला रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी योग्य मतदाता सूची से छूटे नहीं और कोई भी अयोग्य व्यक्ति का नाम इसमें न हो. 1 अगस्त, 2025 को वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट प्रकाशित होने वाला है.
Bihar Election 2025: विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने SIR प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए चुनाव बहिष्कार की धमकी दी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ NDA और चुनाव आयोग मिलकर मतदाता सूची में हेरफेर कर रहे हैं.
Bihar Voter List Revision: बिहार में अब तक 35.69 लाख लोग अपने पते पर नहीं मिले हैं. जिनमें मृत, डुप्लिकेट या गलत पते वाले मतदाताओं का नाम शामिल हैं. जिनका नाम वोटरलिस्ट से हटाया जा सकता है.
आयोग के मुताबिक, बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रीविजन अभियान के तहत बिहार के मतदाताओं की भागीदारी से अब तक 57% से भी अधिक फॉर्म जमा किए जा चुके हैं.
Bihar: बिहार चुनाव से पहले हो रहे वोटर लिस्ट रिवीजन पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई को तैयार हो गया है. 10 जुलाई को मामले की सुनवाई होगी.
बात सीधी और साफ है. अगर आपके पास इन 11 में से कोई भी एक दस्तावेज़ नहीं है, तो आपका वोट डालना मुश्किल हो सकता है. बिहार के गांव-गांव में लोग इन कागज़ात को बनवाने के लिए परेशान घूम रहे हैं.
यदि ये दल सुनवाई में उपस्थित नहीं होते या संतोषजनक जवाब नहीं देते, तो आयोग उनके खिलाफ पंजीकरण रद्द करने जैसी कार्रवाई कर सकता है.
सीधे शब्दों में कहें तो, चुनाव आयोग चाहता है कि बिहार की वोटर लिस्ट एकदम सही हो, न कोई छूटे और न कोई गलत नाम उसमें रहे. इस अभियान के तहत, बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाकर जानकारी जुटा रहे हैं.