भारत ने भी अमेरिका की प्रस्तावित F-35 जेट डील को पूरी तरह खारिज कर दिया. भारत अब अपनी रक्षा जरूरतों के लिए स्वदेशी उत्पादन (Make in India) और साझेदारी निर्माण पर जोर दे रहा है.