कर्नाटक पर पहले से लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है, और ऐसे में नई गारंटियों का बोझ इसे और बढ़ा सकता है. बीजेपी ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा है कि कर्नाटक सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से ग्रस्त है, और इन सभी चुनौतियों के बीच नए विकास प्रोजेक्ट के लिए धन की कमी हो रही है.