Varad Vinayak Ganpati: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खापोली शहर के महाड़ गाँव में स्थित श्री वरद विनायक मंदिर भगवान गणेश के अष्टविनायक स्वरूपों में चौथे स्वरुप माना जाता हैं. इस मंदिर में भगवान गणेश स्वयंभू रूप में विराजमान है.
Ballaleshwar Ganpati Mandir: इस मंदिर में गणपति की प्रतिमा पत्थर के सिंहासन पर स्थापित है. पूर्व की ओर मुख वाली 3 फीट ऊंची यह प्रतिमा स्वयंभू है और इसमें श्री गणेश की सूंड बांई ओर मुड़ी हुई है. प्रतिमा के नेत्रों व नाभि में हीरे जड़े हुए हैं
Siddhi Vinayak Mandir: सिद्धटेक पर्वत वही पर्वत हैं जहां भगवान विष्णु ने गणेश जी की तपस्या करके सिद्धि प्राप्त की थी. जिसके बाद इसे सिद्धिविनायक कहा गया.
Mayureshwar Ganesh Mandir: इस मंदिर के चारों कोनों में मीनारें और लंबे पत्थरों की दीवारें हैं. मंदिर के चार द्वार हैं जिन्हें चारों युग यानी सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग का प्रतीक माना जाता है
Ganesh Temple: मंदिर में भगवान गणेश की अनोखी प्रतिमा है, जिनकी गोद में मां संतोषी विराजमान हैं. इस मंदिर में उल्टी परिक्रमा करने से मनोकामना पूरी होती है.