GDP Growth: हालांकि, धीमी जीडीपी ग्रोथ के बावजूद भारत विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्ताओं के बीच अभी भी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है.
पिछले वित्त वर्ष में भारत का राजकोषीय घाटा लगभग 16.54 लाख करोड़ रुपये रहा है. यह सरकार के अनुमान 5.8 फीसदी से नीचे जाकर 5.6 फीसदी रहा है.