कृष्ण कन्हैया को राजस्थानी गोटा पट्टी के साथ नए रेशमी कपड़े से बने पीले वस्त्र पहनाए गए. रात में जन्म के समय गोविंद देव जी को 31 तोपों की सलामी दी गई.