वित्त मंत्री औपचारिक रूप से 'कड़ाही' को हिलाते हैं और बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों को हलवा परोसते हैं. यह परंपरा वित्त मंत्रालय के सभी अधिकारियों की कड़ी मेहनत को स्वीकार करने का एक तरीका भी है.