बीजेपी ने इस चुनाव में पूरी ताकत झोंकी और हरप्रीत कौर बबला को मेयर के पद का उम्मीदवार बनाया. वहीं, AAP ने भी अपने उम्मीदवार प्रेम लता को मैदान में उतारा और उन्हें हर संभव समर्थन देने की कोशिश की, लेकिन अंत में बीजेपी की रणनीति और हरप्रीत की नेतृत्व क्षमता ने काम कर दिया.