Hathras Stampede: एसआईटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद सरकार ने सिकंदरामऊ एसडीएम, सीओ और तहसीलदार समेत 6 अधिकारी सस्पेंड कर दिए हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सत्संग का आयोजन करने वाली समिति ने तय संख्या से अधिक लोगों को बुलाया और पर्याप्त व्यवस्था नहीं की. हालांकि इस रिपोर्ट में बाबा सूरजपाल का जिक्र नहीं है.
भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने कहा, "सत्संग में अज्ञात 10-12 लोग जहरीला स्प्रे लेकर आए थे. वे जहरीला स्प्रे छिड़कते हुए भागे और यह एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा लग रहा है."
Hathras Stampede: वकील एपी सिंह ने कहा कि घटना से पहले और घटना के बाद जो सड़क का सीसीटीवी फुटेज है, उसे सीज कर दिया जाए. इस मामले में एसआईटी की जांच अहम पहलू है. जिन लोगों ने घटना को अंजाम दिया, वो गाड़ियों के जरिए वहां से भाग गए.
राहुल गांधी ने पीड़ितों को ज्यादा मुआवजा देने की अपनी मांग को दोहराया है और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है.
Hathras Stampede: प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करते हुए हाथरस एसपी ने जानकारी दी की देव प्रकाश मधुकर मुख्य आयोजक था और उसने ही कार्यक्रम की इजाजत ली थी. इसके साथ ही फंड जुटाने में भी इसकी भूमिका है.
Hathras Stampede: अखिलेश यादव ने कहा, "उत्तर प्रदेश शासन-प्रशासन ‘हाथरस हादसे’ में अपनी नाकामी छुपाने के लिए, छोटी-मोटी गिरफ्तारियां दिखाकर सैकड़ों लोगों की मौत से अपनी जिम्मेदारी का पल्ला झाड़ना चाहता है."
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मायावती ने कहा कि हाथरस कांड में बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
पुलिस ने मामले में पहले बाबा के छह सेवादारों और सत्संग के आयोजकों को गिरफ्तार किया था, लेकिन मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर फरार चल रहा था, जिसे शुक्रवार शाम को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है.