पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी EASEBUZZ और PhonePe जैसे भुगतान गेटवे का इस्तेमाल करके ठगी की रकम को विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर रहा था. पुलिस ने जांच के बाद आरोपी जे. शिवराम को गिरफ्तार कर लिया, जिसने पीड़ितों से ठगे गए 18 करोड़ रुपये सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से संचालित चार बैंक खातों में जमा किए थे.