पात्र) धारण करते हैं. ब्रह्मा ने सबसे पहले चार पुत्रों—सनक, सनंदन, सनातन और सनतकुमार की रचना की. इन चारों पुत्रों को उनके शरीर से उत्पन्न किया. यह चारों पुत्र न केवल ब्रह्मा के रचनात्मक कार्य में सहयोगी बने, बल्कि वे अपनी तपस्या और ज्ञान से ब्रह्मा के अनुयायी भी बने.
Powerful Bows: किसी भी महाकाव्य में जब युद्ध और वीरता की बात होती है, तो धनुष और बाण का उल्लेख स्वाभाविक रूप से आता है. प्राचीन भारत के त्रेता और द्वापर युग में धनुषों का विशेष स्थान था. ये सिर्फ अस्त्र नहीं थे, बल्कि महाकाव्यिक घटनाओं के गवाह थे. इन शक्तिशाली धनुषों का उपयोग महान […]