इंदरजीत सिद्धू कहते हैं कि सफाई करने में कोई शर्म नहीं है. सफाई भगवान की भक्ति के बराबर है. शुरू में लोगों ने उनका मजाक उड़ाया और उन्हें पागल भी कहा. लेकिन सिद्धू ने किसी की बात पर ध्यान नहीं दिया.