सूत्रों के मुताबिक, इस डील के तहत भारतीय नौसेना को 15 ड्रोन दिए जाएंगे, जबकि वायुसेना और थलसेना को 8-8 ड्रोन आवंटित किए जाएंगे. ये सभी ड्रोन सशस्त्र होंगे और लंबी दूरी तक निगरानी और आक्रमण की क्षमता से लैस होंगे.