बर्लिन ग्लोबल डायलॉग में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत किसी के दबाव में नहीं झुकेगा और रूस से तेल खरीद पर पश्चिमी देशों की दोहरी नीति पर सवाल उठाया।
भारत के लिए यह सिर्फ व्यापार का मामला नहीं, बल्कि आस्था और परंपरा का भी है. हम अपने मवेशियों को सिर्फ शाकाहारी चारा खिलाते हैं, और दूध को पवित्र मानते हैं. ऐसे में अमेरिका से आने वाले मांसाहारी दूध को अपने बाज़ार में बेचना भारत को मंज़ूर नहीं है.