उस समय येचुरी जेएनयू में पढ़ रहे थे.उन्होंने आपातकाल का विरोध करने के लिए संयुक्त छात्र महासंघ बनाया था. संगठन के बैनर तले येचुरी ने आपातकाल के खिलाफ इंदिरा के घर तक विरोध मार्च भी निकाला था.जब इंदिरा ने विरोध का कारण पूछा तो येचुरी ने ज्ञापन पढ़ना शुरू कर दिया.
जब सदन में सभी राजनीतिक दल स्पष्ट बहुमत प्राप्त करने में विफल रहते हैं तो राष्ट्रपति का हस्तक्षेप आवश्यक हो जाता है.