Operation Blue Star: चिदंबरम ने कहा कि साल 1984 में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार का फैसला केवल पीएम इंदिरा गांधी का नहीं था. ये सेना, पुलिस, खुफिया एजेंसियों और सिविल सेवाओं का सामूहिक फैसला था. क्या आप इसका दोष केवल इंदिरा गांधी को देंगे?
Independence Day 2025: इस साल 15 अगस्त को भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है. यह दिन 1947 में ब्रिटिश शासन से भारत की आजादी के ऐतिहासिक क्षण को चिह्नित करता है, जो बलिदान, संघर्ष और एकता का प्रतीक है. इस अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से लगातार 12वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित करेंगे. यह उपलब्धि उन्हें जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के रिकॉर्ड के करीब लाती है, जो लाल किले पर तिरंगा फहराने के मामले में सबसे प्रमुख प्रधानमंत्रियों में गिने जाते हैं.
Emergency: आपातकाल की 50वीं बरसी पर यह याद करना जरूरी है कि लोकतंत्र कितने बलिदानों से हासिल हुआ है. जेपी की हुंकार ने दिखाया कि जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता.
जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले पीएम थे. उन्होंने पीएम पद पर रहते हुए 1958 में केंद्रीय बजट पेश किया. इसकी वजह भी काफी दिलचस्प थी. दरअसल, उस वक्त वित्त मंत्री टी टी कृष्णमाचारी थे. लेकिन, बजट से ठीक पहले मुंद्रा घोटाला उजागर हुआ.
राजनारायण के आरोपों की अदालत में सुनवाई हुई और इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसले ने पूरे देश को चौंका दिया. 12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी की रायबरेली सीट को अवैध करार दे दिया. अदालत ने यह पाया कि चुनाव प्रचार में सरकारी जीपों का इस्तेमाल और अन्य तरीके से चुनावी नियमों का उल्लंघन किया गया था.
यह कहानी एक ऐसी जिद्द, वीरता और नेतृत्व की है, जिसने दुनिया को चौंका दिया. इस युद्ध के नायक भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, और भारतीय कूटनीति के बहादुर सैनिक थे. साथ ही, इस युद्ध की प्रमुख भूमिका निभाने वाली नेत्री थीं – तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी.