यह कहानी एक ऐसी जिद्द, वीरता और नेतृत्व की है, जिसने दुनिया को चौंका दिया. इस युद्ध के नायक भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, और भारतीय कूटनीति के बहादुर सैनिक थे. साथ ही, इस युद्ध की प्रमुख भूमिका निभाने वाली नेत्री थीं – तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी.