मुख्यंत्री ने बताया कि अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है और प्रभावितों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराया गया है. उन्होंने बताया कि सीवरेज और जलापूर्ति लाइनों की तकनीकी खामियों को दूर करने पर विशेष रूप से काम किया जाएगा.