International Workers Day

Labour Day

खून-पसीने की वो जंग, जिसने बदल दी हुक्मरानों की सोच…ऐसे ही नहीं मनाया जाने लगा मजदूर दिवस

मजदूरों ने अपनी आवाज बुलंद की. सभी ने एक स्वर में कहा, "हमें 8 घंटे काम, 8 घंटे आराम, और 8 घंटे अपने लिए चाहिए." ये मांग इतनी साधारण थी, लेकिन इसे हासिल करना आसान नहीं था.

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