हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि जिला प्रशासन की मिलीभगत के कारण गायत्री मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा हो गया. इसको लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया.